"सच्चा धन तो खुशी, हर्ष, प्रेम एवं मन और मस्तिष्क की स्वच्छता में निहित है। इस सम्पत्ति को प्रत्येक प्राणियों में बांट दें। इस प्रकार आप जीवन के चरम लक्ष्य को प्राप्त करते हैं।"

"दैनिक जीवन में योग" के शारीरिक व्यायामों का उपचारमय प्रभाव