यह पुस्तक मेरे पूज्यनीय गुरुजनों, परम योगेश्वर श्री देवपुरीजी, भगवान श्री दीपनारायण महाप्रभुजी, परम पावन स्वामी माधवानन्दजी तथा समस्त योगिक क्रिया में आसक्तजनों को समर्पित है।

परमहंस स्वामी महेश्वरानन्द